इसी लिए हाल पूछो तो, "सब बढ़िया" ही कहते हैं और "सब बढ़िया" बस यही सच कानों में रखते ह इसी लिए हाल पूछो तो, "सब बढ़िया" ही कहते हैं और "सब बढ़िया" बस यही सच कानों म...
ये कविता हर इंसान के लिए है, महज़ लड़कियों के लिए नहीं, हर उस इंसान के लिए, जो सांस ले रहा है, जी रहा ... ये कविता हर इंसान के लिए है, महज़ लड़कियों के लिए नहीं, हर उस इंसान के लिए, जो सां...
और अंत में यही निष्कर्ष निकाला .... कि व्यवसाय बढ़िया वही जो दिल से कर डाला। और अंत में यही निष्कर्ष निकाला .... कि व्यवसाय बढ़िया वही जो दिल से कर डाला।
रूपांतरित कर देना का सब कुछ खुद सा सब कुछ स्वीकार करते हुये। रूपांतरित कर देना का सब कुछ खुद सा सब कुछ स्वीकार करते हुये।
कहने को दो-दो घर मेरे, फिर भी मैं पराई हूँ ! कहने को दो-दो घर मेरे, फिर भी मैं पराई हूँ !
कुछ नहीं, बहुत कुछ अनोखा है तुझमें। कुछ नहीं, बहुत कुछ अनोखा है तुझमें।